राख परिवहन से बीजपुर- रेनुकोट सड़क मार्ग बना खूनी रोड़
एक साल में दर्जनों लोगों की सड़क दुर्घटना में जा चुकी है जान इतने ही हो चकें है अपँग

बीजपुर(सोनभद्र) रिंहद परियोजन के राख बंधे से सैकड़ों ट्रकों ट्रेलरों से प्रतिदिन राख परिवहन आम जन के लिए मुसीबत बना हुआ है। बेलगाम और अप्रशिक्षित चालकों के कारण रेनुकोट – बीजपुर सड़क मार्ग अब खूनी सड़क में तब्दील होता जा रहा है।
70 किलो मीटर के सफर में आयेदिन सड़क दुर्घटना में हो रही मौत से लोगबाग सहम गए हैं। बीजपुर से रेनुकोट मार्ग पर राख ट्रकों के कारण पैदल, दुपहिया, चारपहिया,बस और ट्रकों में भिड़ंत के कारण एक साल में अब तक तीन दर्जन हुई अकाल मौत के साथ इतने ही लोग अपँग हो चुके हैं। दुखद तो यह है कि कई मौतों में चालक वाहन सहित फरार हो गए हैं जिसमे पुलिस अज्ञात वाहन से दुर्घटना का मामला दर्ज कर कोरम पूर्ण करने में अपनी भलाई समझा। परिणाम स्वरूप पीड़ित पक्ष को आज तक फूटी कौड़ी तक नशीब नही हुई है।
राख ट्रांपोर्टिंग से प्रभावित गांवों में सिरसोती,बीजपुर,नकटू,नेमना, जरहा, सेवकडाड, इंजानी,बकरिहवाँ, धरतीडॉड, नधिरा, किरविल, म्योरपुर सहित दो दर्जन गाँवो के अलावा छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश, झारखंड यूपी आदि के रहवासी अब तक दुर्घटना में प्रभावित होकर न्याय की तलाश में दरदर भटक रहे है। इस गम्भीर समस्या को लेकर जिला प्रशासन और स्थानीय प्रबन्धन को गम्भीर कदम उठाने होगें अन्यथा अभी और कितनी माताओं बहनों की कोख उजड़ेगी यह भविष्य के गर्भ में है।