यूपी छत्तीसगढ़ बार्डर बना नशीली दवाओं के तस्करी का बना अड्डा

बीजपुर , सोनभद्र , स्थानीय स्तर पर संचालित कुछ तथाकथित मेडिकल स्टोर प्रतिबंधित कफ़ सिरफ़ और नशीली दवाओं की गैर प्रान्तों में तस्करी का केंद्र बिंदु बने हुए हैं। सूत्रों पर भरोसा करें तो बीजपुर तथा बभनी में संचालित कुछ चुनिंदा मेडिकल स्टोर से प्रतिबंधित कफ़ सिरफ़ और नशीली दवाओं की खेप चोरी छिपे छत्तीसगढ़ प्रान्त के अम्बिकापुर, रायपुर , बिलासपुर, बलरामपुर सहित अनेक जिले मे कफ़ सिरफ़ के साथ नशीली दवाओं की काला बाजारी से चर्चा में आए मेडिकल स्टोर संचालक कम्बल ओढ़ कर घी पी रहे हैं।
बताया तो यहाँ तक जा रहा है कि बिभागीय मिली भगत से यह गोरखधंधा पिछले तीन चार वर्ष से अपने सबाब पर है। सूत्रों पर भरोसा करें तो मेडिकल स्टोर की आड़ में नकली और सस्ती दवाओं की बिक्री चोरी छिपे गर्भ पात तक कराने की जानकारी बताई जा है। बताते हैं कि बुखार से लेकर असाध्य मर्ज की दवा के लिए मेडिकल स्टोर संचालकों को महारत हांसिल है। जानकारों की माने तो देश मे प्रतिबंधित कफ़ सिरफ़ वोनरेक्स, कोड़ीस्टार , कोरेक्स ,डाईलेक्स जैसी नशीली दवाओं की महीने में लाखों रुपये की सप्लाई होती है। निजी सूत्रों पर भरोसा करें तो यूपी बार्डर पर छ. ग. के बलंगी , रघुनाथपुर, कमलपुर, वाड्रफनगर में इन दवाओं के दलाल लम्बे समय से डेरा डाल कर रहते है।
बताया जाता है कि समूचे भारत मे प्रतिबंधित इन्शान के किड़नी को डैमेज करने वाली कफ सिरफ़ की खेप के साथ कई महीने पहले उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश बार्डर के जंगली रास्ते छत्तीसगढ़ ले जाई जा रही थी एमपी के बलसोता पुलिस चौकी क्षेत्र में कई बार पकड़ा गया लेकिन मामला धीरे धीरे धंधा में परिवर्तित हो गया। इसबाबत मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र ने कहा कि शिकायत मिल रही है मेरी नजर है जल्द करवाई की जाएगी।