
प्रयागराज । अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात गोली मार कर हत्या कर दी गई है। हत्यारों ने गोली चलाने से पहले जयश्री राम के नारे लगाए। पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। गोली चलाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोली चलाने वाले तीन आरोपी बताए जा रहे हैं।अतीक अहमद को मेडिकल के लिए ले जा रही पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ है। पुलिस की गाड़ियों पर फायरिंग की गई है। इस हमले में अतीक और अशरफ की मौके पर मौत हो गई है। मेडिकल कॉलेज के पास अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की गई है। जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त दोनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा था। दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है।
मौके पर जय श्रीराम के नारे जरूर सुने गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अहमद को लेकर जा रही थी। इसी दौरान तीन-चार हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया है। इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है। दोनों आरोपियों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है।
आपको बता दें कि अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ को लेकर प्रयागराज की पुलिस शुक्रवार रात कौशांबी ले गई थी। उसे संदीपन घाट थाना क्षेत्र स्थित महंगाई कस्बा लाया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम में ED के अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने अतीक से उसकी बेनामी संपत्ति कहां-कहां और किस-किस के जरिए संचालित होती है, इस बारे में पता लगाने की कोशिश की। इसी बीच असद के एनकाउंटर पर अशरफ ने कहा, अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने ले लिया।
शनिवार सुबह 10 बजे माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफनाया गया। असद के नाना हामिद अली समेत 20-25 रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान में पुलिस ने जाने दिया। जिला मजिस्ट्रेट ने नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव को जांच अधिकारी लगाया है। आदेश में बताया गया है कि कोई भी व्यक्ति एनकाउंटर से जुड़ा सबूत 3 दिन तक दे सकता है।