सड़कों के बार-बार सुधार होने से नेता व ठेकेदार रहते हैं खुश: गड़करी

नई दिल्ली । घटिया क्वालिटी की सड़क बनने के बाद उसका बार बार मेंटनेंस होने पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कटाक्ष किया है। गड़करी ने कहा कि बार-बार रखरखाव से राजनेताओं, अधिकारियों और ठेकेदारों सहित सभी को बहुत संतुष्टि मिलती है, जिसका कारण सभी को पता है। सूत्रों के मुताबिक फिक्की द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे गडकरी ने कहा कि रखरखाव एक ऐसा विषय है, जो राजनेताओं से लेकर अधिकारियों और ठेकेदारों तक को खुश करता है, बार-बार मेंटनेंस का काम बहुत संतुष्टि लाता है, हालांकि इसमें जनता ही हारती है, टिकाऊ सड़कों के लिए निर्णय लेने पर ठेकेदार परेशान हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपना धंधा चौपट कर देंगे। साथ ही निर्माण के बाद सड़कों को बार-बार खोदना शहरों में एक सामान्य बात है।
नितिन गड़करी ने आगे कहा कि नई तकनीकों और सामग्रियों को अपनाकर टिकाऊ और रखरखाव मुक्त सड़कों के निर्माण के लिए समाधान खोजने का अब समय आ गया है। सरफेसिंग के लिए 8 इंच सफेद टॉपिंग और रबरयुक्त बिटुमेन का उपयोग करके सड़कें बनाने की योजना है। ऐसी सड़कें 25 साल तक टिकाऊ हो सकती हैं और उन्हें शायद ही किसी रखरखाव की आवश्यकता होगी। वहीं एक अन्य कार्यक्रम में गडकरी ने यह भी बताया कि कैसे एक बार उन्होंने अधिकारियों को परियोजना स्थलों पर अपना नाम डालने का सुझाव दिया था, ताकि लोगों को पता चल सके कि काम की गुणवत्ता के लिए कौन जिम्मेदार है। गडकरी ने कहा कि एक बार मैंने अधिकारियों को सुझाव दिया था कि उनके नाम प्रदर्शित किए जाने चाहिए। लोग मेरे पुतले ही क्यों जलाएं? लोगों को यह भी पता होना चाहिए कि कौन जिम्मेदार है। गडकरी ने यह भी कहा कि उन्होंने वैकल्पिक ईंधन के साथ पेट्रोल और डीजल से छुटकारा पाने का लक्ष्य रखा है।