केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक ने चोरी के केस में कोर्ट में किया सरेंडर, बोले- मुझे फंसाया गया

कोलकाता
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक 2009 के चोरी के एक मामले में मंगलवार को अलीपुरद्वार अदालत में पेश हुए। प्रमाणिक इस केस में आरोपी हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए जो समयसीमा दी थी, उससे 2 दिन पहले ही उन्होंने अदालत में सरेंडर कर दिया। प्रमाणिक के लिए राहत की बात यह रही कि भविष्य में उन्हें इस मामले में अदालत की सुनवाई में निजी तौर पर पेश होने से छूट मिल गई है। अलीपुरद्वार अदालत की न्यायिक मजिस्ट्रेट मौमिता मलिक ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया।
भारतीय जनता पार्टी के नेता निशिथ प्रमाणिक कूचबिहार से सांसद हैं। उनके खिलाफ 2009 में 2 स्टोर में चोरी के सिलसिले में अलीपुरद्वार की अदालत ने 16 नवंबर, 2022 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। हालांकि, कलकत्ता हाई कोर्ट ने 23 नवंबर को मंत्री के खिलाफ वारंट पर रोक लगा दी और उन्हें 7 जनवरी से 12 जनवरी, 2023 के बीच अलीपुरद्वार अदालत में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया।
प्रमाणिक बोले- गलत तरीके से फंसाया गया
प्रमाणिक के वकीलों ने दावा किया कि अलीपुरद्वार थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया गया था, लेकिन उन्हें पुलिस ने गलत तरह से फंसाया है। वकीलों ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान अदालत को बताया कि उनका नाम राजनीतिक मकसद से जोड़ा गया था, क्योंकि वह स्थानीय जातीय समुदायों के लिए काम करते हैं।
TMC छोड़ BJP में शामिल हो गए थे प्रमाणिक
वहीं, प्रमाणिक ने कोर्ट बिल्डिंग के बाहर रिपोर्टर्स से कहा कि ऑरिजनल पुलिस शिकायत में उनके नाम का उल्लेख नहीं किया गया था। इसे बाद में जोड़ा गया। मालूम हो कि प्रमाणिक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के जिला नेता हुआ करते थे। हालांकि, बाद उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी को छोड़ दिया। उन्होंने पाला बदलने के बाद 2019 में बीजेपी के टिकट पर कूचबिहार से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।